Class 7 Hindi – वसंत भाग 2 पाठ 5 : मिठाईवाला
✨ पाठ का सार (सरल भाषा में)
इस कहानी में एक मिठाईवाले के माध्यम से
बच्चों की मासूम इच्छाओं और
गरीबी की सच्चाई को दिखाया गया है।
मिठाईवाला रोज़ बच्चों के सामने
स्वादिष्ट मिठाइयाँ बेचने आता है।
बच्चों का मन मिठाइयों को देखकर
ललचाता है, लेकिन हर बच्चा
उन्हें खरीद नहीं पाता।
यह कहानी हमें सिखाती है कि
हर व्यक्ति की इच्छाएँ होती हैं,
लेकिन परिस्थितियाँ सबकी एक जैसी नहीं होतीं।
साथ ही यह पाठ
संवेदना, दया और समझदारी
का भाव भी जगाता है।
📝 प्रश्न–उत्तर (Question–Answer)
प्रश्न 1. मिठाईवाला कौन था?
उत्तर:
मिठाईवाला एक गरीब व्यक्ति था जो बच्चों को मिठाइयाँ बेचता था।
प्रश्न 2. बच्चे मिठाईवाले को देखकर खुश क्यों हो जाते थे?
उत्तर:
क्योंकि मिठाईवाला स्वादिष्ट और रंग-बिरंगी मिठाइयाँ लाता था।
प्रश्न 3. सभी बच्चे मिठाई क्यों नहीं खरीद पाते थे?
उत्तर:
क्योंकि सभी बच्चों के पास पैसे नहीं होते थे।
प्रश्न 4. कहानी का मुख्य भाव क्या है?
उत्तर:
कहानी का मुख्य भाव बच्चों की मासूम इच्छा और सामाजिक असमानता है।
प्रश्न 5. इस पाठ से हमें क्या शिक्षा मिलती है?
उत्तर:
हमें गरीबों की स्थिति समझनी चाहिए और दया व सहानुभूति रखनी चाहिए।
✍️ शब्दार्थ
मिठाईवाला – मिठाई बेचने वाला
लालसा – चाह
संवेदना – दूसरों का दर्द समझना
गरीबी – धन की कमी
✅ परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण बिंदु
बच्चों की मासूमियत का चित्रण
सामाजिक असमानता का संकेत
दया और सहानुभूति का संदेश
