Class 7 Hindi – वसंत भाग 2 पाठ 12 : कंचा
✨ पाठ का सार (सरल भाषा में)
यह कहानी बचपन के खेल और
बच्चों की मासूम भावनाओं पर आधारित है।
कंचा बच्चों का प्रिय खेल है,
जिसमें वे काँच की गोलियों से खेलते हैं।
कहानी में एक बच्चा
कंचे जीतने–हारने के अनुभव से गुजरता है।
वह समझता है कि
खेल में जीत–हार दोनों आती हैं।
हार से निराश नहीं होना चाहिए
और जीत पर घमंड नहीं करना चाहिए।
यह कहानी हमें
ईमानदारी, धैर्य और खेल भावना
की सीख देती है।
📝 प्रश्न–उत्तर (Question–Answer)
प्रश्न 1. ‘कंचा’ कहानी किस बारे में है?
उत्तर:
यह कहानी बच्चों के कंचे खेलने और उनसे जुड़ी भावनाओं के बारे में है।
प्रश्न 2. बच्चों को कंचा खेल क्यों पसंद है?
उत्तर:
क्योंकि यह रोमांचक खेल है और बच्चों को आनंद देता है।
प्रश्न 3. कहानी का मुख्य संदेश क्या है?
उत्तर:
खेल में जीत–हार को समान भाव से स्वीकार करना चाहिए।
प्रश्न 4. हारने पर बच्चे को क्या सीख मिलती है?
उत्तर:
उसे धैर्य रखना और फिर से प्रयास करना सीखने को मिलता है।
प्रश्न 5. इस पाठ से हमें क्या शिक्षा मिलती है?
उत्तर:
हमें खेल भावना, ईमानदारी और धैर्य रखना चाहिए।
✍️ शब्दार्थ
कंचा – काँच की गोली
रोमांच – उत्साह
धैर्य – सब्र
ईमानदारी – सच्चाई
✅ परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण बिंदु
बाल–जीवन का चित्रण
खेल भावना का महत्व
जीत–हार से सीख
