Class 7 Hindi – वसंत भाग 2 पाठ 3 : हिमालय की बेटियाँ

पाठ का सार (सरल भाषा में)

इस पाठ में लेखक ने हिमालयी क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं
के साहस, मेहनत और आत्मनिर्भरता का वर्णन किया है।
ये महिलाएँ कठिन पहाड़ी जीवन में भी
घर–परिवार, खेती और पशुपालन की
जिम्मेदारी निभाती हैं।

हिमालय की बेटियाँ
ठंड, बर्फ़ और कठिन रास्तों के बावजूद
कभी हार नहीं मानतीं।
वे परिवार की रीढ़ होती हैं
और समाज को आगे बढ़ाती हैं।

यह पाठ हमें
नारी शक्ति, साहस और आत्मनिर्भरता
का महत्व समझाता है।


📝 प्रश्न–उत्तर (Question–Answer)

प्रश्न 1. हिमालय की बेटियाँ किसे कहा गया है?

उत्तर:
हिमालयी क्षेत्रों में रहने वाली मेहनती और साहसी महिलाओं को हिमालय की बेटियाँ कहा गया है।


प्रश्न 2. हिमालय की बेटियों का जीवन कैसा होता है?

उत्तर:
उनका जीवन कठिन होता है, फिर भी वे मेहनत और साहस से काम करती हैं।


प्रश्न 3. हिमालय की बेटियाँ किन-किन कार्यों में लगी रहती हैं?

उत्तर:
वे खेती, पशुपालन, घर के काम और परिवार की देखभाल करती हैं।


प्रश्न 4. लेखक हिमालय की बेटियों की प्रशंसा क्यों करता है?

उत्तर:
क्योंकि वे कठिन परिस्थितियों में भी आत्मनिर्भर और साहसी होती हैं।


प्रश्न 5. इस पाठ से हमें क्या शिक्षा मिलती है?

उत्तर:
हमें नारी शक्ति का सम्मान करना चाहिए और साहस व मेहनत से आगे बढ़ना चाहिए।


✍️ शब्दार्थ

  • हिमालय – पर्वत श्रृंखला

  • साहस – हिम्मत

  • आत्मनिर्भर – अपने बल पर कार्य करने वाला

  • मेहनत – परिश्रम


परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण बिंदु

  • हिमालयी महिलाओं का संघर्ष

  • नारी शक्ति का चित्रण

  • आत्मनिर्भरता का संदेश

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